🎓 CSAS Phase 2 Admission 2025–26: फुल गाइड हिंदी में | DU UG एडमिशन प्रक्रिया, डॉक्युमेंट्स, रजिस्ट्रेशन डेट्स


🔥 CSAS Phase 2 Kya Hai? (CSAS Phase 2 Explained)


Common Seat Allocation System (CSAS) Phase 2, दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में अंडरग्रेजुएट (UG) कोर्सेज़ में एडमिशन की दूसरी और सबसे अहम प्रक्रिया है। CSAS का पूरा नाम है - Common Seat Allocation System, जो CUET (Common University Entrance Test) के बाद शुरू होता है।


जैसे ही CUET का रिज़ल्ट जारी होता है, उसके तुरंत बाद CSAS Phase 2 शुरू होता है, जहाँ आपको अपनी पसंदीदा कॉलेज और कोर्स की प्राथमिकता भरनी होती है।


> 👉 CSAS Phase 2 ही वो स्टेप है जहाँ से आपकी सीट अलॉट होती है, यानी असली एडमिशन प्रोसेस यहीं से शुरू होता है।





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📅 CSAS Phase 2 2025 Important Dates


कार्यक्रम तिथि (संभावित)


CUET UG Result 15 July 2025

CSAS Phase 2 शुरू 17 July 2025

College/Programme Preferences Lock 25 July 2025

First Allocation List 29 July 2025

Document Verification 30 July – 2 August 2025

Seat Acceptance Last Date 3 August 2025



> ⏳ टिप: डेट्स बदल भी सकती हैं, इसलिए DU की आधिकारिक वेबसाइट https://admission.uod.ac.in/ पर नियमित चेक करें।





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🧾 CSAS Phase 2 में रजिस्ट्रेशन कैसे करें?


Step-by-Step Process:


1. CUET UG Result आने के बाद DU CSAS Portal पर लॉगिन करें

👉 https://ugadmission.uod.ac.in



2. अपने CUET रोल नंबर और एप्लिकेशन नंबर से लॉगिन करें



3. अपने Documents अपलोड करें (नीचे सूची देखें)



4. कॉलेज और कोर्स की प्रेफरेंस भरें


> 90+ कॉलेजेस और 200+ कोर्सेस में से अपने स्कोर के अनुसार प्रेफरेंस दें।





5. Final Submit करें और प्रिंट आउट निकाल लें।





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📋 जरूरी डॉक्यूमेंट्स की सूची (Required Documents)


डॉक्यूमेंट आवश्यक विवरण


10वीं मार्कशीट DOB verification

12वीं मार्कशीट Eligibility proof

CUET Scorecard Seat Allocation

Category Certificate (OBC/SC/ST/EWS) यदि लागू हो

Income Certificate EWS/Scholarship के लिए

Migration Certificate (यदि अन्य बोर्ड से हैं)

Identity Proof आधार कार्ड/PAN



> ✅ Note: सभी डॉक्युमेंट्स का PDF स्कैन 100–200 KB में रखें।





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💡 CSAS Phase 2 में Preference भरते समय ध्यान देने योग्य बातें:


सबसे पहले अपनी पसंदीदा कॉलेज और फिर कोर्स चुनें।


स्कोर और कटऑफ का अंदाज़ा लगाकर सुरक्षित और टारगेट विकल्प भरें।


एक ही कोर्स को अलग-अलग कॉलेज में अलग-अलग प्रेफरेंस पर रखें।


केवल वही कोर्स चुनें, जिनमें आप एडमिशन लेने को तैयार हैं।




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🔄 सीट एलोकेशन कैसे होता है?


DU का एलोकेशन सिस्टम बहुत ट्रांसपेरेंट है। आपके CUET स्कोर + प्रेफरेंस के अनुसार सिस्टम सीट अलॉट करता है।


उदाहरण:


अगर आपका स्कोर B.Com (Hons) के लिए 700 है और आपने SRCC को #1 प्रेफरेंस पर रखा है, लेकिन उसकी कटऑफ 720 है, तो SRCC नहीं मिलेगा — पर आपके अगले कॉलेज को चांस मिल सकता है।



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✅ सीट मिलने के बाद क्या करें?


1. DU पोर्टल पर जाकर "Accept Seat" करें



2. डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन ऑनलाइन/कॉलेज लेवल पर होगा



3. फीस जमा करके एडमिशन कन्फर्म करें




> ❗अगर आपने समय पर सीट एक्सेप्ट नहीं की, तो सीट ऑटो कैंसिल हो जाएगी।





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🔁 CSAS Phase 2 में अपग्रेडेशन क्या है?


अगर आपने फर्स्ट लिस्ट में कोई कॉलेज स्वीकार कर लिया लेकिन आपकी ऊपर की कोई प्रेफरेंस खाली होती है, तो आपका एडमिशन ऑटोमैटिक अपग्रेड हो सकता है।


आपका पिछला एडमिशन कैंसिल हो जाएगा और नया कॉलेज अलॉट हो जाएगा।

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🤔 अकसर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. क्या CSAS Phase 2 के बाद भी एडमिशन हो सकता है?

उत्तर: हां, Phase 3 में Spot Round होता है, जिसमें खाली सीटों पर एडमिशन मिलता है।

Q2. क्या एक से ज्यादा कोर्स के लिए Preference भर सकते हैं?

उत्तर: हां, आप UG कोर्सेज के अलग-अलग कॉम्बिनेशन भर सकते हैं।

Q3. क्या कॉलेज बदल सकते हैं?

उत्तर: यदि आपको उपर की प्रेफरेंस मिलती है तो सिस्टम ऑटो-अपग्रेड कर देता है।

Q4. CSAS में कितने राउंड होते हैं?

उत्तर: कुल 3–4 राउंड होते हैं, जिनमें अंतिम Spot Round होता है।


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💬 टिप्पणी और सलाह:

> 📌 "CSAS Phase 2" एडमिशन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। एक गलती आपकी मनचाही सीट छीन सकती है, इसलिए सोच-समझकर हर स्टेप लें।



सभी डॉक्युमेंट्स तैयार रखें।

प्रेफरेंस को एडिट करने के बाद फिर से चेक करें।

बार-बार पोर्टल पर लॉगिन करके अपडेट लेते रहें।